1. इसके प्रणेता जीवाणु का नाम साल्मोनेला टाइफी ( 2. साल्मोनेला टाइफी विषाणु टायफायड का प्रणेता विषाणु3. साल्मोनेला टाइफी और पैराटाइफी केवल मानवों में बसते हैं।4. टाइफाइड साल्मोनेला टाइफी नामक जीवाणु से होने वाला सक्रामक रोग है। 5. मोतीझरा या टाइफाइड एक खतरनाक बुखार है, इस बुखार का कारण ' साल्मोनेला टाइफी ' नामक बैक्टीरिया का संक्रमण होता है। 6. टाइफाइड सबसे अधिक मुंह के जरिये खाने-पीने की ऐसी प्रदूषित वस्तुओं से फैलता है, जिसमें साल्मोनेला टाइफी नामक जीवाणु मौजूद हो। 7. टाइफ़ाइड ज्वर साल्मोनेला टाइफी और पैराटाइफी द्वारा उत्पन्न, उदरीय लक्षणों के साथ ज्वर के रूप प्रस्तुत करता हुआ, एक तीव्र, सर्वांगी संक्रमण है। 8. उन्होंने देखा कि इन समूहों ने पदार्थों का निर्माण हुआ, जो मियादी बुखार (टाइफॉयड) के कारण बीटा-लैटामेज युक्त साल्मोनेला टाइफी के विरुद्ध प्रभावकारी थे. 9. चिकित्सक विशेष रूप से साल्मोनेला टाइफी बैक्टीरिया की पहचान करने के लिए मल का कल्चर या रक्त का कल्चर परीक्षण कराने की सलाह देते हैं। 10. टाइफाइड के कारण * इसे सामान्य तरीके से हम यूँ भी समझा सकते हैं कि साल्मोनेला टाइफी बैक्टीरिया केवल मानव में छोटी आंत में पाए जाते हैं।